प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी मित्र जापान के शिंजो आबे एक बार फिर से जीत दर्ज कर के प्रधानमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं। यह भारत के लिए अच्छी खबर है क्योंकि मोदी और शिंजो आबे के बीच अच्छे रिश्ते हैं और भारत के कई काम जापान से होते हैं, शिंजो आबे की जीत पूरे वैश्विक स्तर पर भारत के लिए अच्छी खबर है। फिर चाहे आतंकवाद को घेरने का मामला हो या विश्व वैश्विक स्तर पर सदस्यता बनाए रखने की बात हो , प्रत्येक क्षेत्र में भारत की मदद जापान करता है।
जापानी तकनीकी भारत में होगी विकसित
शिंजो आबे की जीत से जापान की कई तकनीकी भारत में विकसित होगी जैसे की बुलेट ट्रेन या स्किल डेवलपमेंट जैसे कई तकनीक भारत में विकसित होंगी। अगर जापान के प्रधानमंत्री बदलते तो जापान और भारत के रिश्ते में थोड़ा मुश्किल है आ जाती क्योंकि जिस प्रकार से प्रधानमंत्री मोदी और शिंजो आबे की गहरी मित्रता है उस प्रकार नए प्रधानमंत्री के साथ मित्रता बनाने में समय लग जाता है जिससे विकास में धीमा पर आ सकता था।
पहले से अधिक मजबूत है आबे
शिंजो आबे ने जापान में समय से पहले चुनाव कराने का फैसला किया था , उनका यह फैसला सही निकला इस समय उनकी पार्टी खुद सरकार बनाने में सक्षम है। अब इस बार उन्होंने दो तिहाई से भी ज्यादा सीटें जीत ली है। शिंजो आबे ने लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ा है।
समय से पहले चुनाव होने का कारण
जापान में समय से पहले चुनाव होने का सबसे बड़ा कारण है दूरदराज के लोगों को वोट डालने का मौका न मिलना। आमतौर पर जापान में निचले सदन प्रतिनिधि सभा का आम चुनाव 4 साल के अंतराल में होता है। पिछली बार जब आम चुनाव 14 दिसंबर 2014 को हुआ था। हालांकि इस मय जापान में लान तूफान का प्रभाव था जिसके कारण दूरदराज के लोग वोट नहीं डाल पाए है। इसीलिए अभी तक जापान के चुनाव के नतीजे पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। लेकिन दूरदराज के इन वोटों का जापान के चुनाव पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। शिंजो आबे की पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक इस समय 313 सीटें जीत चुकी है।
आसान नहीं होगा फर्स्ट पास्ट द पोस्ट
भले ही जापानी पीएम शिंजो आबे के निर्णय में समय से पहले चुनाव कर लिया गया हो और इसमें उनकी भारी जीत भी हो गई है लेकिन देश में युद्ध विरोधी संविधान का संशोधन करना उनके लिए आसान नहीं होगा , क्योंकि जापान में अभी भी इस संविधान पर जनता बुरी तरह से बटी हुई है।
शिंजो आबे के जीतने का कारण
शिंजो आबे का जीतने का सबसे बड़ा कारण है विपक्ष बिखरा होना और त्रुटि पूर्ण चुनाव व्यवस्था। कई जानकारों का मानना है कि इस समय समय से पहले चुनाव कराना और विपक्ष का भी खड़ा होना लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए अच्छा रहा है।