टेक्नोलॉजी के इस युग में जहां हर कोई आजकल पलायन में लगा हुआ है वही इस पलायन को रोकने के लिए कई लोग अपने अपने तरीके से प्रयास कर रहे हैं। यहां हम बात करने जा रहे हैं उत्तराखंड के टिहरी जिले में चंबा ब्लॉक में बसे सौड़ गांव की ।यह गांव पिछले कुछ वर्षों से लगातार पलायन की मार झेल रहा है पलायन को रोकने के लिए सौर गांव के ही एक युवा दीपक रमोला ने अपने माध्यम से एक ऐसा प्रयास किया है जिससे कि गांव की तस्वीर बदल सके और ऐसा न लगे कि गांव में पलायन हो चुका है यह गांव से लोग पलायन कर चुके हैं।
दीपक रमोला ने अपनी चित्रकारी के माध्यम से तथा अन्य लोगों की सहायता से गांव के मकानों के दीवारों पर ऐसी चित्रकारी की है जिस से कि ऐसा लगता है कि यहां पर सच सच में कोई आदमी खड़ा है ।
इसके अलावा दीपक रमोला दीवारों पर पशु पक्षियों तथा गढ़वाली रीति रिवाजों की भी चित्रकारी कर रहे हैं जिससे कि गढ़वाल की संस्कृति बनी रहे और आने वाली पीढ़ियों में इसकी जानकारी पहुंचे।
कई पुराने शो जैसे आकाशवाणी केंद्र जो कभी हल किसी की जीवन का एक मुख्य हिस्सा था ऐसी चित्रकारी भी दीपक रमोला ने की है जिससे की जिसमें यह दर्शाया गया है कि पलायन पहले इसे पहले हमें क्या-क्या देखने को मिला है
सरगांव में पुराने खंडार हो चुके मकानों की दीवारों पर अलग-अलग प्रकार से चित्रकारी की जा रही है।
दीपक रमोला के इस कार्य में उनके सभी साथियों ने उनका भरपूर सहयोग किया है ।
जैसे पुराने जमाने में गांव में एक घर के ऊपर डांडेली में बैठकर बूढ़े लोग उनका पीते थे ऐसी भी चित्रकारी गांव में की गई है इस चित्रकारी को देखकर सचमुच में ऐसा लगता है कि वहां पर कोई आदमी बैठ कर हुड़का पी रहा है।
आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा और अपने दोस्तों को इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर कीजिएगा ।